आमगाव : 12 लाख की फिरौती के लिए अपहरण के बाद नाबालिग की हत्या

आमगाव 23: ‌ 12 लाख रुपए की फिरौती नहीं देने पर नाबालिग छात्र का अपहरण करने के बाद उसकी हत्या कर दी गई , इसके बाद आरोपी ने उसका शव खेत में तनस के ढेर के भीतर दबा दिया। पुलिस ने 12 घंटे के भीतर अपहरण और हत्या की इस गुत्थी को सुलझा कर शव बरामद कर लिया साथ ही आरोपी को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।

पुलिस सूत्रों ने जानकारी देते बताया, फिर्यादी सौ. दिशा रमेश खोब्रागड़े (45 रा. पंचायत समिति के पीछे, आमगांव) का 17 वर्षीय बेटा 22 फरवरी के सुबह 10 बजे के दरमियान घर से निकला था, लेकिन देर शाम 6 बजे तक वापस घर नहीं लौटा, जिसपर उसकी मां ने बेटे के मोबाइल पर फोन लगाया, फोन किसी अज्ञात व्यक्ति ने उठाते कहा- तेरे बेटे ने मेरी चार चक्का बी.एम.डब्ल्यु. गाड़ी के कांच फोड़े है, मेरा 10 से 12 लाख का नुकसान हुआ है, नुकसान भरपाई करो नहीं तो तेरा बेटा वापस नहीं आएगा? तुम पुलिस में शिकायत करोगी तो मैं उसे बेचकर पैसे वसूल कर लूगां इस प्रकार की धमकी दे डाली।
उक्त अज्ञात व्यक्ति द्वारा गाड़ी के नुकसान के नाम पर 10-12 लाख की फिरौती के लिए बेटे का अपहरण किए जाने तथा उसे बेच देने की धमकी से आहत फिर्यादी मां ने तत्काल आमगांव स्टेशन पहुंच अज्ञात के खिलाफ अ.क्र. 61/22 के भादंवि 363, 364 (अ), 506 के तहत मामला दर्ज कराया। 

छानबीन के दौरान खुफिया तंत्रों से पुलिस को इस बात की जानकारी मिली कि, अपहर्णित बालक व उसका मित्र प्रेम (रा. नवेगांव टोला त. खैरलांजी जि. बालाघाट ह.मु. आमगांव) से दोनों घटना के वक्त से आमगांव परिसर में नहीं देखे गए है, इस सूचना के आधार पर पुलिस प्रेम के मूल गांव पहुंची लेकिन वह फरार हो चुका था जिसके बाद उसे वारासिवनी से डिटेन किया गया।

कड़ी पूछताछ में उसने तोते की तरह बोलना शुरू कर दिया, उसने जानकारी देते बताया कि, पैसों के कारण नाबालिग का अपहरण करते हुए उसे जान से मार दिया है और उसकी लाश आमगांव के ग्राम भोसा के एक खेत में तनस के ढेर में छिपा दी है। आरोपी को पुलिस आमगांव लेकर पहुंची और उसके बताए गए स्थान से 17 वर्षीय नाबालिग की लाश बरामद की गई।

इस प्रकार पुलिस ने महज 12 घंटे के भीतर नाबालिग का अपहरण कर उसकी हत्या करने वाले आरोपी को गिरफ्तार करते हुए उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। इस प्रकरण में आरोपी प्रेम के खिलाफ धारा 302, 201, 384 के तहत मामला दर्ज किया गया है, आगे की जांच जारी है।

सफलतापूर्वक कार्रवाई को जिला पुलिस अधीक्षक विश्‍व पानसरे, उपविभागीय पुलिस अधिकारी विजय भिसे के मार्गदर्शन में पोनि बबन अव्हाड़, विलास नाले, पोउपनि. तेजेंद्र मेश्राम, जीवन पाटिल, सउपनि. गोपाल कापगते, चंद्रकांत करपे, पो.ह. राजु मिश्रा, भुवनलाल देशमुख, तुलसीदास लुटे, विठ्ठलदास ठाकरे, पो.ना. महेश मेहर, सोमेंद्रसिंह तुरकर, चेतन पटले, पोसि संतोष केदार, विजय मानकर, चापोसि विनोद गौतम, मुरलीधर पांडे, पंकज खरवड़े तथा सायबर सेल के पो.ना. दिक्षीत दमाहे, धनजंय शेंडे, पालांदूरकर, मारवाड़े आदि ने अंजाम दिया।

Share