देवरी में कोविड टिकाकरण की शुरुआत

देवरी (१६)- कोविड १९ के विरुद्ध युद्ध के सबसे निर्णायक हथियार के रूप में कोरोना वैक्सीेनेशन आज़ सारे देश के साथ साथ देवरी में भी शुरू हुआ। वैक्सीनेशन के पहले पायदान में पहले से चयनित स्वास्थ्य विभाग के १०० लोगों को कोवी-शील्ड का टिका दिया गया।
टिकाकरण की शुरुआत देवरी ग्रामीण रूग्णालय के वैधकिय अधिक्षक डाॅ.आनंद गजभिए को टिका लगाकर किया गया। विदित हो गोंदिया जिले में सिर्फ ३ जगहों पर टिकाकरण की शुरुआत की गई है जिसमें नक्सलग्रस्त देवरी तहसील का भी समावेश है।
टिकाकरण के पहले चरण में ककोडी,मुल्ला प्राथमिक आरोग्य केंद्र के ७४ स्वास्थ्य कर्मचारी और देवरी ,चिचगड ग्रामीण रूग्णालय के क्रमश: ५ और २१ स्वास्थ्य कर्मचारियों को लगना है।


टीकाकरण हेतु प्रशासन द्वारा चाक-चौबंद व्यवस्था की गई

टीकाकरण के दौरान भीड़भाड़ और अव्यवस्था से बचने के लिए प्रशासन द्वारा सुनियोजित व्यवस्था नज़र आईं।
मास्क, सैनिटेशन के साथ साथ टीका लगाने वालो की भीड़ से बचने के लिए सभी को पहले से ही टिकाकरण केंद्र में पहुंचने का वक्त तय कर एसएमएस द्वारा सुचित कर दिया गया था जिसके चलते केंद्र में भीड़ होने की संभावना नहीं बची और किसी भी प्रकार की अव्यवस्था कि संभावना को खत्म किया गया। ‌


पहला टीका देवरी ग्रामीण रूग्णालय के वैधकिय अधिक्षक डॉ.आनंद गजभिए को

देवरी ग्रामीण रूग्णालय में टीकाकरण की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा पुरे देश में टीकाकरण की शुरुआत के आव्हान के बाद करीब ११:१५ को हूई और पहला टीका ग्रामीण रूग्णालय के वैधकिय अधिक्षक डॉ.आनंद गजभिए को लगाकर टीकाकरण की शुरुआत की गई।
डॉ.गजभिए को टीका लगाने के बाद करीब आधा घंटा गहन निरीक्षण में रखा गया और उनमें किसी भी प्रकार की शारिरिक परेशानी के लक्षण नज़र आने के बाद आगे टीकाकरण की शुरुआत की गई।


अफवाहों से बचें, टीका पुर्ण रूप से निरापद और सुरक्षित- डाॅ.गजभिए

टीका लगने के करीब १ घंटे बाद डाॅ. गजभिए ने बताया कि टीका लगने के बाद उन्हें किसी प्रकार की कोई शारीरिक तकलीफ नहीं हूई और उन्होंने वैक्सीन के संबंध में किसी भी प्रकार की अफवाहों और गलतफहमी से बचने की सलाह दी।

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